‘बीजेपी वाले मार देंगे…’; अखिलेश यादव ने पूजा पाल की ‘आड़’ में ये क्या-क्या कह दिया?
UP Politics: अखिलेश यादव ने विधायक पूजा पाल और बीजेपी पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि अगर किसी को किसी से खतरा होने का संदेह है, तो संगठन के भीतर उन लोगों की पहचान करके जांच होनी चाहिए।

UP Politics: समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने निष्कासित विधायक पूजा पाल के पत्र पर प्रतिक्रिया दी। सपा से अपनी बर्खास्तगी के नौवें दिन विधायक पूजा पाल ने पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव पर कड़ा पलटवार किया था।
अखिलेश यादव ने पूजा पाल पर साधा निशाना
जिसके जवाब में अखिलेश यादव ने कहा, “यह समझ से परे है कि कोई मुख्यमंत्री से मिल रहा है और उसे किसी दूसरी पार्टी के नेता से जान का खतरा हो। मैं यह समझ नहीं पा रहा हूं। यहां हम लोग जेल चले जाएंगे। बीजेपी वाले मार देंगे। अगर किसी को किसी से खतरा होने का संदेह है, तो संगठन के भीतर उन लोगों की पहचान करके जांच होनी चाहिए।
इसकी जांच हो कि कौन ऐसे संगठन के लोग हैं जो किसी की जान ले सकते हैं। इसकी सरकार जांच करे। हम उत्तर प्रदेश सरकार पर भरोसा नहीं कर सकते। इसलिए हमने केंद्र सरकार के गृह मंत्री को यह पत्र लिखा है। हमें उम्मीद है कि वे न्याय सुनिश्चित करेंगे। कितने साल वह हमारे साथ रहीं, तब उन्हें किसी से कोई खतरा नहीं था।”
पूजा पाल ने x पर किया था पोस्ट
बता दें कि हाल ही में पूजा पाल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म x पर पत्र पोस्ट किया था। इसमें उन्होंने कहा था,” पार्टी से निष्कासन केवल मेरा नहीं, बल्कि उत्तर प्रदेश की पिछड़ी, दलित और गरीब जनता की आवाज को दबाने का प्रयास है। मैंने संघर्ष किया है और आगे भी न्याय की लड़ाई लड़ती रहूंगी।”
पूजा पाल ने दावा किया कि सपा में पिछड़े, अति-पिछड़े और दलित “दूसरे दर्जे के नागरिक” हैं, जबकि मुस्लिमों को “पहले दर्जे के नागरिक” का दर्जा दिया जाता है। उन्होंने यह भी कहा कि सपा की पहली प्राथमिकता मुस्लिम अपराधियों का सम्मान करना और उनकी ताकत बढ़ाना है। पूजा पाल ने अपने पत्र में यह भी बताया कि उन्होंने अपने पति राजू पाल के हत्यारों को सजा दिलवाने के लिए अखिलेश यादव से कई बार अनुरोध किया, लेकिन उन्हें केवल निराशा ही मिली।
‘अगर मेरी भी हत्या हुई तो अखिलेश यादव होंगे जिम्मेदार’
पूजा पाल ने अपने बयान से सबको चौंका दिया जब उन्होंने यह कहा कि अगर उनके पति की तरह उनकी भी हत्या होती है, तो इसके लिए समाजवादी पार्टी और अखिलेश यादव को ही दोषी माना जाए।
Original Source - Patrika Live News
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