उर्मिला का बदला, सैफ की मक्कारी, 2 घंटे की इस फिल्म में है सस्पेंस और थ्रिलर का ओवरडोज
Ek Hasina Thi: 'एक हसीना थी' एक ऐसी फिल्म है जिसमें उर्मिला मातोंडकर का बदला लेने का जुनून और सैफ अली खान की मक्कारी ने दर्शकों को बांधे रखा था। फिल्म में सस्पेंस इतना गहरा है कि हर पल आपको चौंकाता रहता है…

Ek Hasina Thi : बॉलीवुड में कई फिल्में बनती हैं, लेकिन कुछ ही ऐसी होती हैं जो अपनी रिलीज के दो दशक बाद भी दर्शकों के दिलों में घर बना चुकी है। श्रीराम राघवन के निर्देशन में बनी फिल्म ‘एक हसीना थी’ उनमें से एक है। भले ही फिल्म का अंत कुछ लोगों को अटपटा लगा हो, लेकिन इसके बावजूद यह फिल्म आज भी दर्शकों को याद है।
सस्पेंस और थ्रिलर का ओवरडोज
इस फिल्म में सबसे बड़ा योगदान सैफ अली खान और उर्मिला मातोंडकर के शानदार अभिनय का है। सैफ ने करण के किरदार को बखूबी निभाया था, जो एक चालाक और धोखेबाज विलेन था। वहीं, उर्मिला मातोंडकर ने अपने कंधों पर फिल्म का ज्यादातर भार उठाया था।
बता दें कि उर्मिला ने सरिका के किरदार को बखूबी निभाया था, जो पहले सैफ के प्यार में पड़ती है और फिर उससे बदला लेने के लिए निकल पड़ती है। फिल्म में उर्मिला का किरदार कभी-कभी सनकी और निर्दयी भी नजर आता है, फिल्म के क्लाइमैक्स सस्पेंस से भरा है और ये बहुत ही मजेदार है। इसके अलावा, इस फिल्म से जुड़े कई ऐसे तथ्य हैं जो आपको हैरान कर देंगे, जैसे कि फिल्म की कहानी का अनोखा ट्रीटमेंट और कलाकारों का दमदार अभिनय।
लीक से हटकर काम
इसमें निर्देशक और सह-लेखक श्रीराम राघवन ने अपने करियर की शुरुआत से ही लीक से हटकर काम करने का साहस दिखाया था उन्होंने फिल्म की हीरोइन को एक ऐसे आदमी के साथ सोने के लिए मजबूर किया, जिसे वो मुश्किल से जानती है। इसके बाद उन्होंने उसे एक ताकतवर महिला में बदल दिया, जो ‘खून भरी मांग’ में रेखा के किरदार का एक अपग्रेडेड वर्जन थी। दरअसल फिल्म में सीमा बिस्वास और आदित्य श्रीवास्तव ने भी महत्वपूर्ण भूमिकाएं निभाई थीं। इस फिल्म को आप प्राइम वीडियो पर देख सकते थे।
Original Source - Patrika Live News
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