Inspire Award: इंस्पायर अवार्ड मानक में लखनऊ पांचवें स्थान पर, उन्नाव अव्वल
Inspire Awards MANAK: इंस्पायर अवार्ड मानक योजना के नामांकन में इस बार लखनऊ का प्रदर्शन उम्मीद से कम रहा। पूरे मंडल में 3232 नामांकन हुए, जिनमें उन्नाव पहले, हरदोई दूसरे, सीतापुर तीसरे और लखीमपुर खीरी चौथे स्थान पर रहे। लखनऊ को पांचवें स्थान पर देखकर अधिकारियों ने नाराजगी जताई और नामांकन बढ़ाने के निर्देश दिए।

Inspire Award News” इंस्पायर अवार्ड मानक योजना के अंतर्गत चल रहे नामांकन में इस बार लखनऊ जिले का प्रदर्शन पिछली बार की तुलना में कमजोर रहा है। गुरुवार तक आए आंकड़ों के अनुसार, पूरे लखनऊ मंडल से 3232 नामांकन हुए हैं। इसमें उन्नाव पहले, हरदोई दूसरे, सीतापुर तीसरे और लखीमपुर खीरी चौथे स्थान पर हैं, जबकि लखनऊ को पांचवां स्थान मिला है।
यह स्थिति इसलिए खास है क्योंकि अब तक लखनऊ मंडल राज्य स्तर पर इस योजना के नामांकन और चयन के मामले में अव्वल रहता आया है। माध्यमिक शिक्षा निदेशक डॉ. महेंद्र देव ने गुरुवार को आयोजित ऑनलाइन गूगल मीट के दौरान इस गिरते प्रदर्शन पर नाराजगी जताई और अधिकारियों को नामांकन बढ़ाने के निर्देश दिए।
नामांकन में गिरावट, जिम्मेदारों पर सवाल
योजना के नामांकन 15 जून से चल रहे हैं। इस अवधि में अन्य जिलों ने उल्लेखनीय प्रगति दिखाई, लेकिन राजधानी लखनऊ में अपेक्षाओं के अनुरूप नामांकन नहीं हो पाए। मंडलीय विज्ञान प्रगति अधिकारी डॉ. दिनेश कुमार के अनुसार नामांकन प्रक्रिया सुचारू रूप से चल रही है, फिर भी राजधानी का पिछड़ना हैरानी का विषय है।
योजना का उद्देश्य और महत्व
इंस्पायर अवार्ड मानक योजना का उद्देश्य विद्यालयी स्तर पर विज्ञान और नवाचार को बढ़ावा देना है। इस योजना के तहत छात्रों को अपने अभिनव प्रोजेक्ट और विचार प्रस्तुत करने का अवसर मिलता है। चयनित छात्रों को पुरस्कार राशि दी जाती है और उनके प्रोजेक्ट राष्ट्रीय स्तर पर प्रदर्शित किए जाते हैं। यह योजना देशभर के स्कूलों में विज्ञान की ओर छात्रों की रुचि बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
जिलों की रैंकिंग और आंकड़े
- उन्नाव : पहले स्थान पर, सबसे अधिक नामांकन।
- हरदोई : दूसरे स्थान पर।
- सीतापुर : तीसरे स्थान पर।
- लखीमपुर खीरी : चौथे स्थान पर।
- लखनऊ : पांचवें स्थान पर, पिछली बार के मुकाबले गिरावट।
अधिकारियों की नाराजगी और निर्देश
गूगल मीट के दौरान माध्यमिक शिक्षा निदेशक डॉ. महेंद्र देव ने कहा कि राजधानी में शिक्षा संसाधनों की कोई कमी नहीं है, फिर भी नामांकन में पिछड़ना चिंताजनक है। उन्होंने अधिकारियों को छात्रों और शिक्षकों को प्रेरित करने, विद्यालय स्तर पर जागरूकता अभियान चलाने और योजना के लाभ बताने के निर्देश दिए।
मंडलीय अधिकारियों का कहना है कि शेष समय में नामांकन में सुधार लाने के प्रयास किए जाएंगे। शिक्षकों और विद्यालय प्रबंधन को निर्देश दिए गए हैं कि वे छात्रों को सक्रिय रूप से प्रेरित करें और समय पर आवेदन सुनिश्चित करें। इंस्पायर अवार्ड मानक योजना के नामांकन में लखनऊ का प्रदर्शन इस बार अपेक्षाकृत कमजोर रहा। जहाँ पहले लखनऊ मंडल हमेशा अव्वल रहता था, अब उन्नाव, हरदोई, सीतापुर और लखीमपुर खीरी ने बढ़त बना ली है। अधिकारियों का मानना है कि सही प्रयास और जागरूकता से अंतिम समय में भी नामांकन बढ़ाए जा सकते हैं।
Original Source - Patrika Live News
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