Gold And Silver Rate: लखनऊ सर्राफा बाजार में बड़े मंगल पर हनुमान चालीसा का सोना-चांदी संस्करण ट्रेंड में, भारी गिरावट के बीच बंपर खरीदारी

Gold and Silver Big Demand: लखनऊ में बड़े मंगल को लेकर न केवल मंदिरों में तैयारी जोरों पर है, बल्कि सर्राफा बाजार भी पूरी तरह से सज-धज कर तैयार है। इस बार खास बात यह है कि भक्तों में सोने और चांदी में हनुमान जी की मूर्तियों, लॉकेट्स और हनुमान चालीसा की भारी मांग देखी जा रही है। सर्राफा व्यापारियों के अनुसार इस धार्मिक अवसर ने बाजार में एक नया उत्साह भर दिया है, खासकर तब जब सोने-चांदी के रेट में गिरावट भी दर्ज की गई है।

Gold And Silver Rate: लखनऊ सर्राफा बाजार में बड़े मंगल पर हनुमान चालीसा का सोना-चांदी संस्करण ट्रेंड में, भारी गिरावट के बीच बंपर खरीदारी

Gold And Silver Lucknow Market Hanuman Bhakti: लखनऊ के चौक सर्राफा मार्केट जिसे उत्तर भारत के सबसे पुराने और प्रतिष्ठित बाजारों में गिना जाता है, वहां इन दिनों कुछ खास ही नजारा है। हर साल बड़े मंगल पर यहां खरीदारी का माहौल बनता है, लेकिन इस बार की खास बात है, हनुमान चालीसा और हनुमान जी से जुड़ी ज्वेलरी की मांग में जबरदस्त उछाल।

चौक सर्राफा एसोसिएशन के महामंत्री विनोद माहेश्वरी ने बताया कि “लोग इस बार खास तौर पर सोने और चांदी के लॉकेट, हनुमान जी की मूर्तियां, ब्रेसलेट्स, गोल्ड,फॉइल फ्रेम, और चांदी की फ्रेमिंग वाली हनुमान चालीसा के लिए आ रहे हैं। इससे यह साफ है कि धार्मिक आस्था अब सर्राफा बाजार की मांग को भी दिशा दे रही है।”

 Lucknow Bada Mangal  Gold and Silver Rate

‘ब्रास लेट’ और स्टर्लिंग सिल्वर में हनुमान ट्रेंड

विनोद ज्वेलर्स के वेदांत ने बताया, “इस बार ‘हनुमान जी का ब्रेसलेट (Brass Locket)’ ट्रेंड में है। इसे खासतौर पर युवा वर्ग पसंद कर रहा है। साथ ही 92.5 स्टर्लिंग सिल्वर में हनुमान जी का चिन्ह भी लोगों को खूब भा रहा है।” स्टर्लिंग सिल्वर को आज के समय में किफायती और स्टाइलिश विकल्प के रूप में देखा जा रहा है। हनुमान जी के प्रतीक चिन्हों को पेंडेंट, अंगूठी, ब्रेसलेट और चेन के रूप में पसंद किया जा रहा है।

सोना-चांदी के भाव में भारी गिरावट: खरीदारी को बढ़ावा

बाजार में धार्मिक क्रेज के साथ-साथ एक और बड़ी वजह है जिससे ग्राहक अधिक संख्या में खरीदारी कर रहे हैं, सोने और चांदी की कीमतों में गिरावट।

 Lucknow Bada Mangal  Gold and Silver Rate

 लखनऊ सर्राफा बाजार की ताज़ा रेट (13 मई 2025):

धातु रेट (10 ग्राम) कैरेट
सोना ₹96,100 24 CT
सोना ₹93,200 22 CT
सोना ₹84,000 18 CT
चांदी (ज्वेलरी) ₹97,500

(नोट: उपरोक्त दरें रिटेल कस्टमर के लिए हैं; GST, मेकिंग और हॉलमार्क चार्ज अतिरिक्त होंगे)

विनोद माहेश्वरी जो ऑल इंडिया ज्वेलर एंड गोल्ड स्मिथ फेडरेशन (कैट) के उत्तर प्रदेश संयोजक भी हैं, ने बताया कि “सोना-चांदी की कीमतों में जो गिरावट आई है, उसने बाजार में नई जान फूंक दी है। बड़े मंगल जैसे पर्व इस मांग को और बढ़ा देते हैं।”

क्या-क्या बिक रहा है इस बार ज़्यादा

  • बाजार में विशेष रूप से निम्न उत्पादों की अधिक मांग देखी गई:
  • चांदी की हनुमान चालीसा (बुकलेट/फ्रेम फॉर्म में)
  • गोल्ड फॉइल फ्रेम में हनुमान जी की छवि
  • सोने-चांदी के लॉकेट्स और पेंडेंट
  • ब्रास लेट्स – पारंपरिक पेंडेंट्स से हटकर ट्रेंडी डिज़ाइन
  • 92.5 स्टर्लिंग सिल्वर ब्रेसलेट्स में ‘जय हनुमान’ लिखा हुआ
 Lucknow Bada Mangal  Gold and Silver Rate

बड़े मंगल की परंपरा और आस्था से जुड़ा बाजार

उत्तर भारत, विशेष रूप से लखनऊ, में बड़े मंगल का विशेष धार्मिक महत्व है। यह पर्व हनुमान जी की पूजा और भंडारों के आयोजन के लिए जाना जाता है। चौक, अमीनाबाद, राजाजीपुरम, हजरतगंज और आलमबाग जैसे क्षेत्रों में हजारों श्रद्धालु हनुमान मंदिरों में दर्शन के लिए उमड़ते हैं। इस धार्मिक भावना का असर अब ज्वेलरी ट्रेंड्स पर भी साफ नजर आता है। लोग अब सिर्फ दिखावे के लिए नहीं, धार्मिक प्रतीकों को पहनने में भी गर्व महसूस कर रहे हैं।

 Lucknow Bada Mangal  Gold and Silver Rate

डिजिटल और कस्टमाइज़्ड ज्वेलरी की मांग भी बढ़ी

  • सर्राफा बाजार के कारोबारी अब परंपरा के साथ तकनीक को भी जोड़ रहे हैं। अब ग्राहक ऑनलाइन ऑर्डर देकर अपने मनपसंद हनुमान जी के लॉकेट या नाम के डिज़ाइन मंगवा सकते हैं।
  • 3D प्रिंटेड हनुमान चालीसा लॉकेट
  • QR कोड स्कैन करके ऑडियो चालीसा चलने वाले लॉकेट्स
  • मोबाइल ऐप से जोड़ने वाली डिजिटल आर्ट व गोल्ड टैग्स

व्यापारियों की तैयारी

कारोबारियों के अनुसार 2025 के धार्मिक पर्वों में यह ट्रेंड और तेज होगा। लोगों में धार्मिकता और आध्यात्मिकता के साथ-साथ सजावटी आभूषणों की समझ भी बढ़ रही है। यही कारण है कि अब ट्रेडिशनल ज्वेलरी में भी आध्यात्मिकता का तड़का लग चुका है। लखनऊ का सर्राफा बाजार इस बात का प्रतीक बन चुका है कि भारत में धार्मिक पर्वों और त्योहारों का न केवल सामाजिक, बल्कि आर्थिक प्रभाव भी कितना गहरा होता है। हनुमान जी की भक्ति, सोने-चांदी की चमक और बाजार की रणनीति, ये तीनों मिलकर एक नई दिशा की ओर इशारा कर रहे हैं।

Original Source - Patrika Live News

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