Ayodhya-Lucknow हाईवे पर भीषण सड़क हादसा: दो डंपरों की टक्कर से लगी आग, ड्राइवर की मौत, पुलिस-फायर ब्रिगेड ने संभाला मोर्चा
Ayodhya-Lucknow Highway Accident: अयोध्या-लखनऊ राष्ट्रीय राजमार्ग पर सेमरा मोड़ के पास हुए भीषण सड़क हादसे में दो मौरंग लदे डंपर आपस में टकरा गए। टक्कर के बाद लगी भीषण आग में एक ड्राइवर की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि एक घायल को लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

Ayodhya-Lucknow Highway Accident news: अयोध्या-लखनऊ राष्ट्रीय राजमार्ग पर गुरुवार सुबह एक दिल दहला देने वाला हादसा सामने आया, जिसने क्षेत्र में अफरा-तफरी मचा दी। सेमरा मोड़ के पास दो मौरंग लदे डंपरों की आमने-सामने टक्कर हो गई। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि दोनों वाहन सड़क पर ही पलट गए और देखते ही देखते उनमें भीषण आग लग गई। हादसे में एक चालक की मौके पर ही जलकर मौत हो गई, जबकि एक अन्य घायल को इलाज के लिए लोहिया अस्पताल भेजा गया है। हादसे की सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड, पुलिस बल, और ट्रैफिक विभाग की टीमें मौके पर पहुंचीं और काफी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया। मृतक ड्राइवर की पहचान राजेंद्र प्रताप सिंह, निवासी माधव नगर, तरबगंज (गोंडा) के रूप में हुई है। हादसे के बाद हाईवे पर घंटों लंबा जाम लग गया, जिसे पुलिस ने धीरे-धीरे नियंत्रित किया।
कैसे हुआ हादसा
प्रारंभिक जानकारी के मुताबिक सुबह के समय जब दृश्यता कम थी, तभी दो भारी-भरकम डंपर ट्रक, जो कि मौरंग से लदे हुए थे, सेमरा मोड़ के पास एक-दूसरे से भिड़ गए। टक्कर के बाद दोनों डंपर पलट गए और तुरंत ही उनमें आग लग गई, जिससे पूरे हाईवे पर अफरा-तफरी मच गई। हादसा इतना गंभीर था कि ट्रकों में सवार चालक बाहर निकल नहीं पाए और एक चालक की आग की लपटों में फंसकर मौत हो गई। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, विस्फोट जैसी आवाज आई और पूरे क्षेत्र में धुआं फैल गया।
मौके पर पहुंचे अधिकारी
घटना की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंचे इंस्पेक्टर चिनहट दिनेश चंद्र मिश्रा, उप निरीक्षक मोहित लाटियान, उप निरीक्षक अनुज सिंह, उप निरीक्षक सुशील पासी, भारी पुलिस बल के साथ राहत एवं बचाव कार्य में जुट गए। ट्रैफिक इंस्पेक्टर और S.I. टीम ने स्थिति को संभालने में सक्रिय भूमिका निभाई। फायर ब्रिगेड की 2 से अधिक गाड़ियों ने मौके पर पहुंचकर आग पर काबू पाया, जिसके बाद पुलिस ने हाईवे पर जाम को धीरे-धीरे हटाया और यातायात सामान्य किया।
ड्राइवर की पहचान और परिवार की सूचना
मृतक ड्राइवर की पहचान राजेंद्र प्रताप सिंह के रूप में हुई, जिनकी उम्र लगभग 45 वर्ष थी। वे गोंडा जनपद के माधव नगर, तरबगंज क्षेत्र के निवासी थे। जैसे ही उनके निधन की खबर परिवार को दी गई, घर में कोहराम मच गया। स्थानीय प्रशासन द्वारा परिजनों को हर संभव मदद दिलाने का आश्वासन दिया गया है।
घटना के बाद का असर
- हाईवे पर घंटों लंबा जाम लग गया, जिससे एम्बुलेंस, स्कूल बसें और अन्य वाहन प्रभावित हुए।
- सड़क पर बिखरी मौरंग और जल चुके डंपरों को हटाने के लिए जेसीबी और क्रेन की मदद ली गई।
- हादसे के चलते स्थानीय दुकानदारों और निवासियों में भी भय और चिंता का माहौल रहा।
- पुलिस ने इस पूरे मामले में लापरवाही या ओवरलोडिंग की भी जांच शुरू कर दी है।
प्रशासन की प्रतिक्रिया और चेतावनी
पुलिस अधिकारियों ने इस हादसे को एक गंभीर लापरवाही का नतीजा बताया है। जांच के बाद दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। अधिकारियों ने यह भी कहा कि हाईवे पर भारी वाहनों की गति नियंत्रण और समय-समय पर निरीक्षण अनिवार्य होगा। ट्रैफिक पुलिस द्वारा हादसे की रिपोर्ट तैयार की जा रही है, जिसके आधार पर संबंधित वाहन मालिकों को भी तलब किया जा सकता है। इस हादसे ने एक बार फिर हाईवे पर सुरक्षा मानकों और ड्राइवरों की लापरवाही पर सवाल खड़े कर दिए हैं। भारी वाहनों की ओवरलोडिंग, रफ ड्राइविंग, और रात में बिना पर्याप्त रोशनी के संचालन जैसे कारण इन दुर्घटनाओं को बढ़ा रहे हैं।
- हाईवे पर अत्याधुनिक कैमरा निगरानी शुरू की जाए।
- रात के समय भारी वाहनों की गति सीमा अनिवार्य की जाए।
- ड्राइवरों के लिए अनिवार्य मेडिकल और वाहन फिटनेस चेकअप लागू किया जाए।
- दुर्घटना संभावित मोड़ों पर चेतावनी बोर्ड और सिग्नल बेहतर किए जाएं।
Original Source - Patrika Live News
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